Monday, March 25, 2013

संयोगितागंज क्षैत्रांतर्गत गुण्डा अभियान के तहत्‌ 16 नामी गुण्डो के विरूद्व कार्यवाही


इन्दौर -दिनांक 25 मार्च 2013- नगर पुलिस अधीक्षक संयोगितागंज एस. एम. जैदी, थाना प्रभारी संयोगितागंज दिलीप गंगराडे  व उनकी टीम द्वारा थाना संयोगितागंज क्षेत्रान्तर्गत गुण्डा अभियान चलाया जाकर क्षेत्र के 16 नामी गुण्डो को पकडा गया जिनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जारही है। इन गुण्डो के नाम निम्नानुसार है 1. विजय काला पिता हुकुम सिंह पंवार निवासी अमन नगर 2. अशोक पिता संभू दयाल निवासी इन्दिरा एकता नगर 3. कल्लू उर्फ महेश पिता दिनेश बलाई निवासी श्यामाचरण शुक्ल नगर 4. रवि पिता जगदीश नागर निवासी मयूर नगर 5. राजाराम उर्फ शिवनाथ निवासी हरिओम नगर 6. रसूल उर्फ टुण्डा पिता मकबूल निवासी नूरी नगर 7. सचिन उर्फ चिटकू पिता राजेन्द्र निवासी भील कॉलोनी 8. सोनू तोतला पिता बाबू सिह पंवार निवासी इन्दिरा एकता नगर 9. विक्की पिता किशोर निवासी सदर 10. महेन्द्र पिता नारायण निवासी आलोक नगर 11. गोलू पिता दिनेश निवासी भील कॉलोनी 12. नरेन्द्र पिता रामगोपाल पाटीदार निवासी मयूर नगर 13. सफी पिता अहमद शाह निवासी आजाद नगर 14. विशाल पिता सुखदेव मराठा निवासी इन्दिरा एकता नगर 15. दीपक पिता सुनील निवासी भील कॉलोनी 16. रितेश पिता छतर सिंह निवासी श्यामाचरण शुक्ल नगर है। 
उपरोक्त गुण्डो में से रसूल उर्फ टुण्डा के विरूद्ध थाना संयोगितागंज व अन्य थाना क्षेत्रान्तर्गत 13 से अधिक अपराध पंजीबद्ध होकर न्यायालय मे विचाराधीन है। इसी प्रकार विजय काला के विरूद्व 07 अपराध, अशोक, कल्लू उर्फ महेश, रवि नागर के विरूद्व 05-05 अपराध, राजाराम के विरूद्व 07 अपराध, सचिन उर्फ चिटकू, सोनू तोतला तथा विक्की पिता किशोर के विरूद्व 05-05 अपरााध पंजीबद्व होकर न्यायालय में विचाराधीन है।
इसके अतिरिक्त तेली गली फिरदौस नगर में घेराबंदी कर ताश पत्तो द्वारा हारजीत का जुऑ खेलते हुये मिले मोहम्मद सलीम पिता अब्दुल रहीम, समीर पिता चंदू खॉ, जाकीर पिता शाबीर तथा वसीम पिता मोहम्मद शाबिर को पकड़ा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 8500 रूपयें नगदी तथा ताद्गा पत्ते बरामद किये गये। आरोपियों के विरूद्व 13 जुऑ एक्ट के तहत्‌ प्रकरण पंजीबद्व कर कार्यवाही की जा रही है। 

बलात्कार के फरार आरोपीगण क्राईमब्रांच की गिरफ्‌त में


इन्दौर -दिनांक 25 मार्च 2013- उप पुलिस महानिरीक्षक शहर श्री राकेश गुप्ता व्दारा पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री रूडोल्फ अल्वारेस ,क्राईम ब्रांच के अति. पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय एवं अति. पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्रसिंह को अशोकनगर में हुये गैंगरेप के आरोपी इंदौर में होने की सुचना पर उनकी पतारसी कर उनको पकडने के लिये निर्देशित किया गया था। उक्त कार्यवाही हेतु उप पुलिस अधीक्षक श्री एस आर यादव अपराध शाखा के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया । टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि मामले के आरोपी बर्फानीधाम के आसपास घूमते देखे गये हैं । इस पर टीम द्वारा सतत प्रयास कर एवं आरोपी का मौबाईल नंबर प्राप्त कर टीम द्वारा घेराबंदी की गई। इस पर मुखबिर द्वारा बताये हुलिये के व्यक्ति की घेराबंदी कर पुछताछ की गई तो उसने अपना नाम मुकेश पिता करोडीलाल बसोड उम्र 25 साल नि ग्राम देरासा थाना पिपराई जिला अशोकनगर का होना बताया । आरोपी से सहआरोपी आशाबाई के संबंध में पूछने पर श्रद्धा श्री कालोनी में कमरे पर होना बताया जिस पर महिला आर वैशाली की मदद से आरोपी मुकेश की निशादेही से आशाबाई पति बबलू नि मगरदा अशोकनगर को सुरक्षा में लिया गया । आरोपी मुकेश, आशाबाई को जो की तीन बच्चों की मां है को भी भगाकर अपने साथ रखे था । थाना पिपराई से जरिये दुरभाष से पता करते पता चला की थाना पिपराई क्षैत्र में 3 व्यक्तियों द्वारा नबालिग लडकी के साथ गैंग रैप कर आरोपी मुकेश तथा सह आरोपी आशाबाई फरार हैं । थाने पर अप क्र 32/13 धारा 363 366 376 (2) ताहि व 4,6 बाल सम्प्रेक्षण अधिनियम का अपराध पंजीबद्ध होकर आरोपीगणों की गिरफ्‌तारी हेतु पुलिस अधीक्षक अशोकनगर द्वारा ईनाम घोषित किया गया है। 
        आरोपीगणो को अग्रिम वैधानिक कार्यवाही हेतु थाना पिपरई जिला अशोकनगर के सुपुर्द किया गया। उक्त आरोपी को पकड़ने में टीम के सउनि नाथूराम दुबे, सउनि अमित दीक्षित (एम) प्र.आर. अवधेश अवस्थी चंदरसिंह, आरक्षक रणवीरसिंह, बद्गाीर खान, जितेन्द्र सेन, अजीत यादव सुनिल बिसेन का सराहनीय योगदान रहा।

अंधे कत्ल का खुलासा फरियादी ही निकला आरोपी पति ने सुपारी देकर कराई पत्नी की हत्या




इन्दौर -दिनांक 25 मार्च 2013- पुलिस उपमहानिरीक्षक इंदौर श्री राकेश गुप्ता ने बताया कि एक चर्चित हत्या काण्ड में बाणगंगा पुलिस को एक बहुत उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है। दिनांक 19.01.2012 को एस.ए.एफ. का आरक्षक लवकेश राजपूत अपनी पत्नी और बच्चे के साथ रात्रि में फिल्म देखकर जब लोैट रहा था, तो पोलो ग्राउण्ड माल गोडाउन के समीप दो अज्ञात हमलावरों ने उक्त आरक्षक और उसकी पत्नी पर हमला कर मोटरसायकल लूटकर फरार हो गये थे। फरियादी आरक्षक लवकेश राजपूत जो एस.ए.एफ का आरक्षक है और आर.ए.पी.टी.सी. में ड्‌यूटी करता है, उसकी रिपोर्ट पर थाना बाणगंगा में अपराध क्रमांक 75/12 धारा 394, 34 भादवि एवं बढ़ाने धारा 397 भादवि का मामला अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध दर्ज हुआ था। प्रकरण में दिनांक 24.01.2012 को फरियादी की घायल पत्नी जयन्ती बाई की ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई। उक्त प्रकरण में आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगा था। पिछले दिनों लंबित प्रकरणों की समीक्षा के दौरान अंधे कत्ल के मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस उपमहानिरीक्षक, इन्दौर श्री राकेश गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक, जिला इन्दौर (पूर्व) श्री ओ.पी. त्रिपाठी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री दिलीप सोनी एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्री राजेश दण्डोतिया की टीम ने इस अंधे कत्ल को चुनौती के रूप में लेकर मामले की नये सिरे से खोजबीन शुरू की, जिसमें एक चौंकाने वाली कहानी सामने आई है। अनुसंधान में यह तथ्य आया है, कि लवकेद्गा राजपूत ने ही सुपारी देकर अपनी पत्नी की हत्या कराई थी। लवकेश राजपूत की वर्ष 1998 में नौकरी लगी थी, यह मूलतः (मेैनवारा) ललितपुर का निवासी है, वर्ष 2003 में खरगापुर (टीकमगढ़) की जयन्तीबाई से इसकी शादी हुई थी। पिछले कुछ वर्षों से पति-पत्नी का संबंध ठीक नहीं था और रोज-रोज झगड़े होते थे। आरोपी आरक्षक का ममेरा भाई मनमोहन राजपूत भी इन्दौर में आकर लवकेद्गा और उसकी पत्नी के साथ रहने लगा था, इसके कारण भी पति-पत्नी के बीच आपसी झगड़ा होता था। एक बार उक्त मनमोहन पुनः आरक्षक लवकेद्गा के घर गेहूं लेकर आ गया, जिससे पुनः पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ, बाद में पति-पत्नी का राजीनामा भी हो गया था। इस बीच वैवाहिक विज्ञापन के द्वारा आरोपी लवकेद्गा काबेगमगंज जिला रायसेन में रहने वाली एक महिला द्गिाक्षिका से संपर्क हुआ और धीरे-धीरे इनकी नजदीकियां बढ़ने लगी और उस महिला के प्रेम में दीवाना होकर आरक्षक ने उस महिला से शादी करने का फैसला कर लिया, लेकिन इसकी राह में रोढ़ा बनने वाली अपनी पत्नी को रास्ते से कैसे हटाया जाये, इसके लिये योजना बनाने लगा और इसी सिलसिले में उसने प्रथम वाहिनी के पास राजश्री टेलर के राजू कुद्गावाह से चर्चा किया और सुपारी देकर हत्या का षडयंत्र रचा, राजू टेलर के द्वारा इस काम के लिये एक लाख रूपये की मांग की गई, जो 60,000/- रूपये में मामला तय हो गया, तब दोनों ने जाकर जगह का चुनाव किया और पोलो ग्राउण्ड रेल्वे गोडाउन के सामने की जगह घटना के लिये उपयुक्त मानकर उसको तय किया, इसके साथ-ही आरोपी आरक्षक ने अपनी पत्नी के नाम से एक एल.आई.सी. की पॉलिसी भी ले ली, ताकि पत्नी की हत्या के बाद आरक्षक आर्थिक लाभ ले सके। पूरी योजना बनाकर आरोपी लवकेद्गा ने रूपये 40,000/- राजू टेलर को एडवांस के रूप में दे दिये। दिनांक 19.01.2012 की रात्रि में आरोपी योजनाबद्ध तरीके से अपनी पत्नी को लेकर मंगलसिटी में फिल्म दिखाने ले गया, जहां पर इन लोगों ने 4084(नसरूद्‌दीन शाह की) फिल्म देखी, फिल्म से निकलने पर आरक्षक लवकेद्गा ने फोन से राजू टेलर को सतर्क कर दिया, कि हम अब निकल रहे हैं, इसके बाद पोलोग्राउण्ड तरफ जाने के स्वभाविक मार्ग से हटकर वह भागीरथपुरा तरफ से पत्नी को लेकर के गया, जहां नियत स्थान पर पहुंचकर उसने गाड़ी खड़ी करके वाथरूम के बहाने थोड़ी दूरी पर हट गया और इतने में आरोपी राजू टेलर अपने भांजा धर्मेन्द्र कुद्गावाह के साथ जो पहले से वहां खड़ा था जिन्होंने आरक्षक को पूर्व योजना अनुसार पैरों पर हल्के से मारा और गिरा दिया और महिला के सिर पर घातक प्रहार किया एवं मोटरसायकल लेकर भाग गये। महिला को घायल अवस्था में एमव्हायएच भर्ती कराया गया और आरक्षक लवकेद्गा राजपूत की रिपोर्ट पर थाना बाणगंगा में लूट का मामला दर्ज कर लिया गया, इस प्रकार आरक्षक लवकेद्गा ने फर्जी कहानी गढ़कर लूट की रिपोर्ट थाने में दर्ज करा दी । एमव्हायएच में ईलाज के दौरान महिला की हालत में जब सुधार होने लगा, तो लवकेद्गा को चिन्ता होने लगी, कि महिला बच जायेगी, तब उसने राजू टेलर से संपर्क किया, तो उसने महिला की ड्रिप में इंजेक्द्गान के रूप में पानी डाल देने का सुझाव दिया, आरोपी आरक्षकने ड्रिप में पानी इन्जेक्ट किया, लेकिन उससे कोई फर्क नहीं पड़ा, तब उसने फिर से राजू टेलर से संपर्क किया, तब राजू टेलर ने उसे गेहूं में डालने वाला जहरीला इंजेक्द्गान लाकर दिया, तब मौका देखकर आरोपी लवकेद्गा ने नई ड्रिप लगाने के लिये रखी गई बॉटल में उस इंजेक्द्गान को इंजेक्ट कर दिया, जब वह बॉटल दिनांक 23.01.2012 को महिला को लगाई गई, तो उसके बाद उसकी तबियत बिगड़ने लगी, जिससे महिला को एमव्हायएच से सीएचएल अपोलो रेफर किया गया, जहां उपचार के दौरान 24.01.2012 के अपरान्ह में उक्त महिला की मृत्यु हो गई। महिला की मृत्यु के बाद पुलिस की विवेचना चलती रही । बाद में आरोपी आरक्षक ने एलआईसी के क्लेम के लिये संपर्क किया, तो पुलिस की खात्मा रिपोर्ट की मांग की गई, इससे आरोपी के द्वारा थाने पर खात्मा रिपोर्ट के लिये जब संपर्क किया गया, तो उससे पुलिस को संदेह हुआ और बाद में अत्यन्त सूक्षमता से अनुसंधान करने पर इस अंधे कत्ल का खुलासा हुआ है। इसमें वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में थाना प्रभारी, बाणगंगा श्री योगेद्गा सिंह तौमर और उनकी टीम के उप निरीक्षक उपेन्द्र सिंह सेंगर, आरक्षक संतोष चोटी, आरक्षक घनद्गयाम ने बहुत हीसराहनीय योगदान दिया है ।

29 आदतन व 35 संदिग्ध गिरफ्तार


इन्दौर -दिनांक 25 मार्च 2013- इन्दौर पुलिस द्वारा कल दिनांक 24 मार्च 2013 को शहर में अपराध करने की नीयत से घूमने वाले संदिग्ध बदमाशो व ऐसे आदतन अपराधी जो अपनी आजीविका अपराध के बल पर ही चलाते है, के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में वैधानिक कार्यवाही करते हुए 29 आदतन व 35 संदिग्ध बदमाशों को गिरफ्तार किया जाकर धारा 110, 109 जा.फौ. के तहत प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की गई।

13 स्थायी, 22 गिरफ्तारी व 154 जमानतीय वारन्ट तामील


इन्दौर -दिनांक 25 मार्च 2013- इन्दौर पुलिस द्वारा विभिन्न न्यायालयो से जारी किये गये, गिरफ्तारी वारन्ट, तथा जमानतीय वारन्टो की तामीली करते हुए पुलिस द्वारा शहर में विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में कल दिनांक 24 मार्च 2013 को 13 स्थायी, 22 गिरफ्तारी व 154 जमानतीय वारन्ट तामील किये गये। पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रो में, न्यायालयो द्वारा विभिन्न प्रकरणो में जारी किये गये वारन्टो की तामीली करते हुए, विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत यह वारन्ट तामील किये गये।

जुआ खेलते हुए 22 आरोपी गिरफ्तार


इन्दौर -दिनांक 25 मार्च 2013- पुलिस थानासंयोगितागंत द्वारा कल दिनांक 24 मार्च 2013 को 17.15 बजे मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कसाई मण्डी छावनी से ताद्गा पत्तियों द्वारा हार-जीत का जुआ खेलते हुए मिले गुडडू उर्फ सलीम , लतीफ, मुस्ताक, सोनू, हबीब, शहजाद, मोह0 साबिर आदि कुल 12 व्यक्ति को पकडा। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 18 हजार 120 रूपयें नगदी तथा ताद्गा पत्ते बरामद किये गये।  
पुलिस थाना परदेद्गाीपुरा द्वारा कल दिनांक 24 मार्च 2013 को 15.00 बजे मेजिक बस स्टेण्ड परदेद्गाीपुरा चौराहा से ताद्गा पत्तियों द्वारा हार-जीत का जुआ खेलते हुए मिले महेश, राकेश, चन्द्रशेखर, सुनिल, शशीकांत, रमेश को पकडा। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 1500 रूपयें नगदी तथा ताद्गा पत्ते बरामद किये गये।  
पुलिस थाना महूं द्वारा कल दिनांक 24 मार्च 2013 को 19.30 बजे केंटोमेंट स्कूल परिसर महू से ताद्गा पत्तियों द्वारा हार-जीत का जुआ खेलते हुए मिले शानू, गोलू, दीपू, पंकज को पकडा। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 1000 रूपयें नगदी तथा ताद्गा पत्ते बरामद किये गये।  
पुलिस द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके विरूद्व जुआ एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्व कर कार्यवाही की जा रही है।

अवैध हथियार सहित 07 आरोपीगिरफ्तार


इन्दौर -दिनांक 25 मार्च 2013- पुलिस थाना खजराना द्वारा कल दिनांक 24 मार्च 2013 को  11.45 बजे मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर तंजीम नगर खजराना से अवैध रूप से हथियार लेकर घूमते हुये मिले यही के रहने वाले मुज्जफर पिता सिकन्दर (35) तथा सदर निवासी गोलू पिता दिलावर (20) को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 02 छुरे जप्त किये गये।
पुलिस थाना अन्नपूर्णा द्वारा कल दिनांक 24 मार्च 2013 को लालबाग गेट के सामने से अवैध रूप से हथियार लेकर घूमते हुये मिले 225 घनश्यामदास नगर निवासी गब्बर पिता शंकरराव (24) तथा लालबाग गेट के सामने निवासी कपिल पिता रमेश हटकर (24) को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 02 छुरे जप्त किये गये।
पुलिस थाना किद्गानगंज द्वारा कल दिनांक 24 मार्च 2013 को 15.45 बजे एबीरोड टिही गांव की पुलिया के पास से अवैध रूप से हथियार लेकर घूमते हुये मिले नीम खेडा सोनबाय निवासी सिकन्दर पिता अहमद नायता (22) को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से 01 चाकू जप्त किया गया।
पुलिस थाना लसूडिया द्वारा कल दिनांक 24 मार्च 2013 को 15.30 बजे स्कीम 78 टेम्पो स्टेण्ड के पास से अवैध रूप से हथियार लेकर घूमते हुयेमिले स्कीम नं 78 निवासी गणेद्गा पिता रामकृष्ण (32) को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से 01 कटार जप्त की गयी। 
पुलिस थाना छत्रीपुरा द्वारा कल दिनांक 24 मार्च 2013 को 20.55 बजे महूं नाका तरूण पुस्कर के पास से अवैध रूप से हथियार लेकर घूमते हुये मिले लोधा कॉलोनी इंदौर निवासी शेखर पिता बच्चूलाल (24) को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से 01 तलवार जप्त की गयी। 
              पुलिस द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके विरूद्व धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्व कर कार्यवाही की जा रही है।