Wednesday, August 20, 2014

स्कूली बच्चें भी बन सकते है ''सिटीजन कॉप'', इन्दौर का बी.आर.टी.एस. सफल क्यों नही है ?

इन्दौर-दिनांक 20 अगस्त 2014-श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर जोन जब अपने अधिकारियों के साथ सेन्ट अरनॉल्ड हायर सकेण्डरी स्कूल के बच्चों से सम्मुख हुये तो बच्चों द्वारा बडी गंभीर विषयों पर प्रश्न पूछे गये। पुलिस महानिरीक्षक श्री विपिन माहेश्वरी, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश गुप्ता, पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री ओ.पी. त्रिपाठी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात सुश्री अंजना तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पूर्व जोन-1 श्री राजेश सहाय, द्वारा बडी सहजता से उत्तर दिये गये। पूछे गये प्रमुख प्रश्न निम्नानुसार रहे :-
प्रश्न क्र. 1-हम क्या कर सकते है, जब कोई किसी महिला को या हमें शारीरिक, मानसिक या भावनात्मक रूप से परेशान करें ?
उत्तर-शासन द्वारा प्रत्येक प्रताडना को गंभीरता से लेते हुये प्रत्येक संस्थान/कार्यालय में महिला उत्पीडन हेतु एक सैल का गठन किया गया है, जिसमें अधिकतर महिला जांचकर्ता अधिकारी ही होते है ।  इसके अतिरिक्त जन सामान्य के लिये कई सुविधा केन्द्र की स्थापना की गई है, जिसमें 181 सीएम हेल्प लाईन, 1090 महिला हेल्प लाईन, 1091 हेल्पलाईन, आदि शुरूआत की गई है, जिस पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का शीघ्र निराकरण किया जाता है । 
प्रश्न क्र. 2-एक साधारण व्यक्ति कैसे असली एवं नकली पुलिस की पहचान कर सकता है?
उत्तर-सर्वप्रथम पुलिस सदैव वर्दी धारण किये होती है । इसके अतिरिक्त पुलिस कभी भी जेवर आदि उतरवाने आदि का कार्य नही करती है।  शंका होने पर आप उसका पहचान पत्र भी देख सकते है । नजदीकी पुलिस स्टेशन से भी पता कर सकते है । 
प्रश्न क्र. 3-लायसेंस बनवाने हेतु न्यूनतम उम्र सीमा क्या है ?
उत्तर-18 वर्ष ।  लायसेंस हेतु अपना नामाकंन क्षैत्रीय परिवहन कार्यालय में करवा जा सकता है, जिसमें निर्धारित आर्हताएं पूर्ण करने पर आर.टी.ओ. द्वारा लायसेंस जारी किया जाता है । 
प्रश्न क्र. 4 -भोपाल का बीआरटीएस इन्दौर के बीआरटीएस की तुलना में व्यवस्थित एवं सुगम क्यों है  ?
उत्तर-आपने सामान्य रूप से देखा होगा कि भोपाल में रोड की चौडाई इन्दौर की सड़कों की तुलना में कहीं अधिक है ।  और यह कहना कि इन्दौर बीआरटीआर व्यवस्थित नही है गलत है ।  प्रशासन जन सामान्य की सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुये समय-समय पर निर्णय भी लिये गये है, जिससे यातायात सुगम हो सके ।इन्दौर का बी.आर.टी.एस. व्यस्तम मार्ग पर होन से यातायात का दबाव बहुत अधिक रहता है । 
प्रश्न क्र. 5-क्या हम बच्चे भी पुलिस की मदद कर सकते है ?
उत्तर-बिल्कुल आप सभी बच्चे सिटीजन कॉप की मदद से हमसे जुड सकते है, इस सुविधा से आप अपने आस-पास होने वाली किसी अपराधिक गतिविधियों, असामाजिक तत्वों की सुचना, यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों की सूचना भी हमें भेज सकते है, सिटीजन कॉप में आपकी जानकारी गोपनीय रखी जाती है । 
प्रश्न क्र. 6 -शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर पुलिस क्या कार्यवाही करती है ?
उत्तर-शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत पुलिस चालानी कार्यवाही करती है । 

प्रश्न क्र. 7 -चाईल्ड लेबर के लिए पुलिस क्या करती है ?
उत्तर-वैसे तो श्रम विभाग इसके लिये कार्य करता है किन्तु इस प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर संबंधित थाने स्तर पर कार्यवाही की जाती है ।  कई बार चाईल्उ लाईन के साथ भी कार्यवाही की जाती है । 

प्रश्न क्र. 8 -बसें, कालोनी के सकरे रास्तो पर चलती है, हमें क्या करना चाहियें ?
उत्तर-आप ऐसी बसों के नम्बरों की सूचना यातायात पुलिस को फोन/ई-मेल/सिटीजन कॉप/लिखित किसी भी रूप में करसकते है ताकि परमिट शर्तो का पालन करने हेतु उचित कार्यवाही की जा सके ।

ऑनलाईन बैंकिग के माध्यम से लगभग 09 लाख रूपयें की ठगी करनेवाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, 04 आरोपी इंदौर पुलिस की गिरफ्‌त में

इन्दौर-दिनांक 20 अगस्त 2014-पुलिस अधीक्षक पश्चिम इन्दौर श्री आबिद खान ने बताया कि नेट बैंकिग के माध्यम से लगभग 09 लाख रूपयें की ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर 04 आरोपियों को गिरफ्‌तार करने में इंदौर पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है। 
          दिनांक 5 जून 2014 को अन्नपूर्णा थाना क्षेत्रान्तर्गत दिलीप जोशी के आय.सी.आय.सी.आय. बैंक खाते से 8,85,700-00 रूपयें की ऑनलाईन धोखाधडी की गई थी। जिस पर से थाना अन्नपूर्णा इन्दौर पर अपराध क्रमांक 578/14 धारा 420 भादवि एवं 66-डी आय.टी.एक्ट पंजीबद्व कर विवेचना मे लिया गया था। जिसमें पाया गया कि आवेदक के बैंक खाते सें 4 बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया था जिसमें दो बैंक खाते मुम्बई के थे । उक्त प्रकरण की विवेचना के लिये अति. पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री दिलीप सोनी एवं अति. पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री विनय पाल द्वारा क्राईम ब्रांच इन्दौर एवं थाना अन्नपूर्णा के अधिकारियों की विशेष टीम गठित की जाकर मुम्बई रवाना की गई थी।  
टीम द्वारा मुम्बई में कडी मेहनत के उपरांतलालबहादुर पिता ननकूराम शर्मा निवासी 103 शिवशक्ति हाउसिंग सोसायटी, के.जी.मार्ग, प्रभादेवी मुम्बई को गिरफतार किया गया जिसके खाते में रूपयें 5 लाख ट्रांसफर किये गये थे। साथ ही इस धोखाधडी वाले बैंक खाते को खोलने में मदद करने वाले गिरोह के एक अन्य सदस्य जगदीश शर्मा पिता मनसुख शर्मा निवासी रामदेव शर्मा की चाल, यादव नगर, जोगेश्वरी वेस्ट मुम्बई को भी गिरफतार किया गया। 
इस खाते से 9 चेक एवं एटीएम से पैसा आहरणों करने वालो के वीडियों फुटेज प्राप्त करने के उपरांत मुम्बई की लोखंडवाला एवं मालाड शाखा से फर्जी पैनकार्ड के आधार पर 1,00,000-00 रूपयें आहरण करने वाले की पहचान करते हुए टीम द्वारा बोरीवली वेस्ट मुम्बई में उसके निवास पर दबिश दी जाने पर पाया गया कि, संदिग्ध द्वारा 20 वर्ष पूर्व के वोटर आय.डी. के आधार पर पैन कार्ड बनवाया था जो कई वर्षो से मकान बेचकर कही चला गया है। टीम द्वारा कडी मेहनत करते हुए नवी मुम्बई के गोठीवली थाना रबाले से आरोपी हरीश पिता गिरधारीलाल रामचंदानी निवासी फलेट नं. 501 धानुश्री बिल्डिंग, गोठीवली थाना रबाले नवी मुम्बई को गिरफतार किया गया, जिसके कब्जे से पैसा आहरणकरने में प्रयुक्त किशोर भगवानदास मेलवानी के नाम का फर्जी पैन कार्ड भी बरामद किया गया। टीम द्वारा उस पैन कार्ड की जानकारी प्राप्त करते पाया गया कि, भारतीय स्टेट बैंक कानपुर रोड शाखां  लखनऊ में भी इसी नाम से एक खाता खोला गया था जिसमें कई जगहों से पैसा आने एवं आहरण होने पर रूपये 12 लाख के ट्रांजेक्शन को लेकर उस खाते को होल्ड किया गया था।
      आरोपी लालबहादुर शर्मा के बैंक खाते से पैसा आहरण करने वाले  गिरोह के एक सदस्य नजीर हुसैन अंसारी पिता शरीफ हुसैन अंसारी उम्र 30 साल निवासी मीरा देसाई रोड अंधेरी वेस्ट को काशी मीरा थाने के अपराध क्रमांक 234/14 धारा 420, 467, 468, 470,471 भादवि में गिरफतार किया गया है। 
टीम द्वारा इस गिरोह के एक प्रमुख सदस्य आकाश पिता हरीश रामचंदानी उर्फ नरेश चैनानी निवासी घनसोली गांव के ठिकाने पर दबिश दिये जाने पर परिवार सहित फरार हो गया। हरीश रामचंदानी उर्फ अंकल से प्राप्त जानकारी के आधार पर टीम द्वारा इस गिरोह के अन्य सदस्य रॉबिन निवासी मालाड वेस्ट मुम्बई की पतारसी करने पर फरार हो गया।
टीम द्वारा प्रभावी कार्यवाही करते हुए श्री सांई दिगम्बर बिल्डर्स एवं डेवलपर्स केसुरेश पिता बाबूलाल जोशी निवासी गजराज कॉम्पलेक्स निवासी दिवा जिला ठाणे को गिरफतार किया गया जिसके खाते में 1,00,000-00 की राशि ऑनलाईन ट्रांसफर की गई थी। इस खाते में से राशि का आहरण एटीएम द्वारा करने में मुम्बई पुलिस के भूतपूर्व सिपाही की भूमिका संदिग्ध है टीम द्वारा तलाश करने पर वह फरार हो गया। 
इस गिरोह का पर्दाफाश करने व आरोपियों को पकड़ने की कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में क्राईम ब्रांच के उप निरीक्षक पी.एन. गोयल, सउनि (अ) अमित दीक्षित, थाना अन्नपूर्णा के उप निरी. के.पी. पाराशर, प्र.आर0 राकेश सिंह चौहान एवं अपराध शाखा के प्र.आर. चन्दरसिंह, आर.सुभाष, तथा आर. जितेन्द्र सेन की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।

स्कीम नं. 140 के पास पाईप में से मिले अज्ञात शव के अंधे कत्ल का खुलासा

इन्दौर-दिनांक 20 अगस्त 2014-पुलिस अधीक्षक पूर्व इन्दौर श्री ओ.पी. त्रिपाठी ने बताया कि दिनांक 16.08.14 को थाना कनाड़िया अन्तर्गत स्कीम नं. 140 के पास पावर हाउस के पीछे बने गार्डन स्थित पाईप में फंसी मिली अज्ञात लाश की शिनाखत एवं उसकी हत्या कर लाश छुपाने वाले आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। अज्ञात मृतक की शिनाखत उत्तम कुमार पिता शंकर राव (45) निवासी लक्ष्मीनगर हैदराबाद के रूप में हुई है।
  दिनांक 16.08.2014 को सूचनाकर्ता राजेश पिता प्रभूलाल नकवाल निवासी पिपल्याहाना इन्दौर ने थाना कनाड़िया को सूचना दी कि, स्कीम नं. 140 के पास पावर हाउस के पीछे बने गार्डन स्थित सीमेंट के पाईप में किसी अज्ञात की लाश फंसी है। जिस पर से थाना कनाड़िया पर मर्ग क्रं29/14 धारा 174 जाफौ का कायम कर जांच प्रारम्भ की गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री ओ.पी. त्रिपाठी, अति.पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री रामजी श्रीवास्तव, नगर पुलिस अधीक्षक श्री एम.एस. जैदी तथा एफ.एस.एल. प्रभारी डॉॅ. एस.के. शर्मा द्वारा बारिकी से घटना स्थल कानिरीक्षण कर थाना कनाड़िया के पुलिस बल को आवश्यक निर्देश दिए गए। घटना स्थल के निरीक्षण एवं मृतक की पीएम रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 302, 201 भादवि का प्रकरण कायम किया गया। 
 उक्त प्रकरण में पुलिस को अज्ञात आरोपियों का पता लगाना जितना चुनौतीपूर्ण था, उससे भी ज्यादा अज्ञात मृतक की पहचान चुनौतीपूर्ण था। अतः प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में घटना स्थल के बारिकी से निरीक्षण करने पर घटना स्थल से लाश के पास से कोल्हापुरी प्रिंट का चादर तथा प्लास्टिक का बैग जिस पर क्रिस्टल शुगर चोपड़ा मिल प्रिंट किया हुआ मिला था वैसा ही प्लास्टिक का बैग घटना स्थल से कुछ दूरी पर बने झोपड़े के पास से मिला, जिसके आधार पर वहां स्थित झोपड़े में रहने वालों के बारे में जानकारी निकाली गई तो ज्ञात हुआ कि वहां रहने वाले मोहन व प्रताप बलाई के घर पर तीन-चार दिन पूर्व रात में कोई मिलने आया था।  इस आधार पर उनकी झोपड़ी की तलाशी ली गई तो वहां पर से मोहन, प्रताप व उसके साथ रहने वाले दो और भाईयों में से कोई नहीं मिला, लेकिन उसकी झोपड़ी में से घटना स्थल पर से मृतक केपास मिलें कपड़े के चादर जैसा अन्य चादर मिला, जो इस अंधे कत्ल का महत्वपूर्ण सुराग बना। पुलिस द्वारा प्रताप के झोपड़े की निगरानी कर रही थी कि, दिनांक 18.08.14 को जब प्रताप उसकी झोपड़ी पर आया तो उसको पकड़कर, पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसके गांव कारपुर जिला खण्डवा का सुरेश दिनांक 14.08.14 को रात को अपने साथ एक आदमी को लेकर आया था, जो उसकी झोपड़ी के बाहर ही सोया था, जिसने अपने साथ लाये साथी को मार दिया था तथा सुरेश के साथ उसका भाई कमल भी रात को भाग गया था।
उक्त जानकारी के आधार पर सुरेश की पतारसी की गई तो मुखबिर से सूचना मिली कि, आरोपी सुरेश खण्डवा में है, जिसको पकड़ने के लिए उनि बघेल के नेतृत्व में गई टीम ने आरोपी सुरेश को रेल्वे स्टेशन खण्डवा से भागते हुए पकड़ा। उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम सुरेश पिता मायाराम बलाई (40) निवासी कारपुर थाना पिपलोद जिला खण्डवा बताया तथा मृतक की हत्या करना स्वीकार किया। 
आरोपी सुरेश ने बताया कि वह कोहेफिजा भोपाल में अपनी बड़ी बेटी के साथ रहता है, उसकी पत्नि करीब 06 वर्ष पूर्व उसे छोड़कर अपने दो लड़के व एक लड़की कोलेकर हैदराबाद चली गई थी। सुरेश के साथ उसकी बड़ी बेटी रहती थी, जिसकी मई माह में शादी हुई है, जिसकी शादी में उसकी बेटी ने अपने बड़े भाई का पता कर लगाकर उसे हैदराबाद से बुलाया था, तब आरोपी को पता लगा कि उसकी पत्नि कहां रहती है। शादी के बाद आरोपी सुरेश अपने बडे़ बेटे के साथ अपनी पत्नि के पास हैदराबाद पहुचां, और वहां कुछ दिन रहा तब उसने देखा कि मृतक उत्तक कुमार का उसकी पत्नि के घर पर कुछ ज्यादा ही आना जाना है तो उसे अपनी पत्नि के साथ मृतक उत्तम के अवैध संबंध का शक हुआ, और उसने उसको मारने की योजना बनाई। आरोपी सुरेश के लड़के को सिर में गठान थी, जिसका उसने इन्दौर में ईलाज करवाने का कहकर, उत्तम कुमार को साथ लाया कि लड़के के ईलाज के बाद तुम इसे वापस हैदराबाद ले आना। आरोपी योजनाबद्ध तरीके से दिनांक 13.08.14 को उत्तम कुमार को अपने साथ लाकर, उसके सामान व खुद के लड़के को अपने भतीजे विनोद के घर खजराना में छोड़कर, उत्तम को प्रताप के झोपड़े पर लाया। रात में वे प्रताप के झोपड़े के बाहर सोयें, तब उत्तम कुमार के सो जाने पर आरोपी सुरेश ने उसके सिर पर पत्थर पटकर कर हत्या कर दीतथा झोपड़े में सो रहे प्रताप के भाई कमल को साथ लेकर वहीं पास में स्कीम नं. 140 के पास पावर हाउस के पीछे बने गार्डन स्थित पाईप में लाश को फंसाकर चादर व प्लास्टिक बैग से छिपा दी, और दूसरे दिन अपने बच्चे को भतीजे के घर से लेकर खण्डवा भाग गया। आरोपी जब अपने बच्चे को लेकर खण्डवा से कहीं और जाने की फिराक में था कि पुलिस द्वारा आज दिनांक 20.08.14 को खण्डवा रेल्वे स्टेशन से आरोपी को धरदबोचा। पुलिस द्वारा आरोपी सुरेश ने अपने भतीजे के यहां रखा मृतक का सामान जप्त कर लिया है तथा मृतक की लाश को छुपाने में आरोपी की मदद करने वाले कमल को भी गिरफ्‌तार कर लिया है।
इस संपूर्ण कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी कनाड़िया संजय चतुर्वेदी के नेतृत्व में थाने के उनि बघेल, उनि जे.एस.चौहान, प्रआर. गोवर्धन, आर. देवेन्द्र, विजेन्द्र, योगेश, रामलखन तथा आर. विपिन का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा। वरिष्ठ अधिकारीगणों द्वारा उक्त अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है। 

03 आदतन, 08 संदिग्ध गिरफ्तार

इन्दौर-दिनांक 20 अगस्त 2014- इन्दौर पुलिस द्वारा कल दिनांक 19 अगस्त 2014 को शहर में अपराध करने की नीयत से घूमने वाले संदिग्ध बदमाशों, के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में वैधानिक कार्यवाही करते हुए 03 आदतन तथा 08 संदिग्ध बदमाशों को गिरफ्तार किया जाकर धारा 110, 151 जा.फौ. के तहत प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की गई।

02स्थायी, 39 गिरफ्तारी तथा 193 जमानतीय वारन्ट तामील

इन्दौर-दिनांक 20 अगस्त 2014- इन्दौर पुलिस द्वारा शहर में विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में कल दिनांक 19 अगस्त 2014 को 02 स्थायी, 39 गिरफ्तारी तथा 193 जमानतीय वारन्ट तामील किये गये। पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रो में, न्यायालयो द्वारा विभिन्न प्रकरणो में जारी किये, यह वारन्ट तामील किये गये।

सट्‌टे की गतिविधियों में लिप्त मिलें 02 आरोपी गिरफ्तार

इन्दौर-दिनांक 20 अगस्त 2014- पुलिस थाना अन्नपूर्णा द्वारा कल दिनांक 19 अगस्त 2014 को 14.00 बजे, मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर, फूटी कोठी गार्डन इंदौर से सट्‌टे की गतिविधियों में लिप्त मिले सुदामानगर इंदौर निवासी बाबूलाल पिता छोटेलाल वर्मा को पकड़ा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से नगदी रूपयें तथा सट्‌टा उपकरण बरामद किये गये।
        पुलिस थाना सदरबाजार द्वारा कल दिनांक 19 अगस्त 2014 को 19.00 बजे, इमली बाजार इंदौर से सट्‌टे की गतिविधियों में लिप्त मिले सुभाष मार्ग इंदौर निवासी दयाराम पिता भागीरथ गौड़ को पकड़ा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से नगदी रूपयें तथा सट्‌टा उपकरण बरामद किये गये।
       पुलिस द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तारकर इनके विरूद्ध सट्‌टा एक्ट के तहत्‌ प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की जा रही है।

अवैध शराब सहित 02 आरोपी गिरफ्तार

इन्दौर-दिनांक 20 अगस्त 2014- पुलिस थाना चंदननगर द्वारा कल दिनांक 19 अगस्त 2014 को 13.50 बजे, मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर स्कीम नं. 71 झोपड़पट्‌टी इंदौर से अवैध शराब ले जाते मिले यही के रहने वाले दीपक पिता अजय डोंगरे को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से अवैध शराब जप्त की गयी।
        पुलिस थाना महूॅ द्वारा कल दिनांक 19 अगस्त 2014 को 19.05 बजे, भोई मोहल्ला महूॅ से अवैध शराब ले जाते मिले यही के रहने वाले मुन्ना उर्फ शशीकांत पिता लेखराज वर्मा को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से अवैध शराब जप्त की गयी।
        पुलिस द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके विरूद्व धारा 34 आबकारी एक्ट के तहत्‌ प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की जा रही है।

अवैध हथियार सहित आरोपी गिरफ्तार

इन्दौर-दिनांक 20 अगस्त 2014- पुलिस थाना बाणगंगा द्वारा कल दिनांक 19 अगस्त 2014 को 19.30 बजे, सुखलिया तिराहा इंदौर से अवैध हथियार लेकर घूमते हुये मिले, नरवर काकड़ निवासी मनोज पिता बाबूलाल मालवीय को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से01 गंडासा जप्त किया गया।
         पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर इसके विरूद्ध धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत्‌ प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की जा रही है।