Sunday, September 20, 2015

कुखयात जिला बदर बदमाश पुलिस थाना छत्रीपुरा द्वारा गिरफ्तार



इन्दौर 15 सितम्बर 2015-पुलिस थाना छत्रीपुरा द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत एक कुखयात जिला बदर बदमाश मज्जू उर्फ मजीद पकड़ने को में सफलता प्राप्त की हैं।
पुलिस थाना छत्रीपुरा को आज दिनांक 20.09.2015 को मुखबिर द्वारा सूचना मिलीं कि थाना छत्रीपुरा का कुखयात जिला बदर बदमाश मज्जू उर्फ मजीद पिता अब्दुल गफूर निवासी 114 टाट पट्‌टी बाखल इंदौर थाना क्षेत्र में घूम रहा है। जो टाट पट्‌टी बाखल में मिला, जिसे पुलिस थाना छत्रीपुरा की टीम द्वारा पकडा गया। उक्त आरोपी मज्जू उर्फ मजीद थाना छत्रीपुरा का गुंडा होकर इसके विरूध्द इन्दौर के विभिन्न थानों में विभिन्न प्रकार के कुल 22 अपराध पंजीबद्ध है तथा यह क्षेत्र में सांप्रदायिक विवादों में भी संलिप्त रहा है। इसकी अपराधिक प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाने के लिये, अपर जिला दण्डाधिकारी महोदय इंदौर के आदेश दिनांक 08.06.15 से इसे 6 माह के लिये इंदौर एवं सीमावती जिलों से निष्कासित किया गया था, जिसका उल्लंघन करने पर इसे आज पुलिस थाना छत्रीपुरा द्वारा पकड़ा गया।   
पुलिस द्वारा जिला बदर बदमाश मज्जू उर्फ मजीद को गिरफ्‌तार किया गया है। इसके विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर, 14 म.प्र.राज्य सुरक्षा अधिनियम के तहत वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं।
       उक्त बदमाश को पकड़नें में थाना प्रभारी छत्रीपुरा श्री आर.डी कानवा के मार्गदर्शन में सउनि विजेन्द्र शर्मा, सउनि शिवबहादुर सिंह कुशवाह, सउनि बी.एस. रघुवंशी, प्रआर. अवधेश तथ आर. राजेश मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही।

झूठी लूट की साजिश रचने वाले, तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्‌त में



इन्दौर 20 सितम्बर 2015-पुलिस थाना देपालपुर क्षेत्रांतर्गत इन्दौर रोड़ पर दिनांक 19-20.09.15 की दरम्यानी रात्रि करीब 12-1 बजे महिन्द्रा मैक्सिमा लोडिंग वाहन क्रं एमपी/09/एलजी/2039 के चालक राजेश पिता सुखदेव कुशवाह निवासी सांवेर रोड़ इन्दौर ने पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन लगाकर बताया कि कुछ बदमाशों ने उनकी गाड़ी रोककर, उनके साथ मारपीट करके, एक लाख 33 हजार रूपये लूट लिए हैं।
                कंट्रोल रूम से प्राप्त उक्त सूचना पर थाना प्रभारी देपालपुर श्री सुनिल यादव मय फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंचे तो, वहां पर सूचनाकर्ता ड्राईवर राजेश कुशवाह और उसके साथी सोनू पिता घनश्याम घोड़के निवासी परदेशीपुरा इन्दौर तथा कमल पिता जगदीश परमार निवासी विजयवर्गीय नगर इन्दौर मिलें। पुलिस द्वारा इनसे पूछताछ की गई तो राजेश ने बताया कि वह उक्त महिन्द्रा वाहन पर ड्रायवरी का काम करता है, ये गाड़ी अनिल पिता रामनाथ प्रजापत निवासी बाणगंगा इन्दौर की है, जो उन्होने ट्रांसफार्मर का काम करने वाले दीपक पिता अनिल जैन निवासी कालानी नगर के यहां पर माल लाने-ले जाने के लिये अटैच कर रखी थी। राजेश ने बताया कि दिनांक 19.09.15 को वह दीपक सेठ के यहां से 4 ट्रांसफार्मर गाड़ी में भरवा कर, उसे जावरा में एक पार्टी को देने के लिये निकला था तो उसने अपने साथ अपने दोस्तों कमल व सोनू को भी ले लिया था। जावरा पहुंचकर इन्होने उक्त ट्रांसफार्मर की डिलेवरी करने पर पार्टी से उसका पेमेन्ट एक लाख 35 हजार रू. लिया और, जिसे वे लेकर वापस इन्दौर आ रहे थे। रास्ते में तीनों द्वारा खाने-पीने में उक्त पैसो में से 2 हजार रू. खर्च कर दिये। पैसों को देखकर इनके मन में लालच आ गया तो इन्होने फर्जी लूट की योजना बनाई, और पुलिस व अपने सेठ को फोन करके उनके साथ लूट होने की झूठी सूचना दी गई।
पुलिस द्वारा फर्जी लूट की कहानी गढ़कर, पुलिस को गुमराह करने वाले तीनों आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस द्वारा घटना स्थल के पास खाद के ढेर के पास नीले रंग की थैली में छिपाकर रखे एक लाख 33 हजार रू. बरामद किये गये है। पुलिस द्वारा तीनों आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर, इन्हे गिरफ्‌तार कर न्यायालय में पेश किया गया है।
          उक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी देपालपुर श्री सुनिलयादव व उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही।








24 घंटों में अंधेकत्ल का पर्दाफाश, वृद्ध मृतक के बड़े पुत्र द्वारा ही बनाई गई थी हत्या की योजना, चार आरोपी गिरफ्‌तार

इन्दौर 20 सितम्बर 2015-पुलिस थाना अन्नपूर्णा क्षेत्रांतर्गत च्वाईस पैलेस कालोनी में दिनांक 19-09-15 को सुबह 05 बजे के आसपास घर के अंदर घुसकर बुजुर्ग गमनलाल गेहलोत पिता भामा जी गेहलोत उम्र 65 साल की धारदार हथियार से अज्ञात आरोपियों के द्वारा हत्या कर दी थी। हत्या के अनसुलझे अपराध के अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु उप पुलिस महानिरीक्षक इंदौर शहर इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा निर्देद्गा दिये गये। पुलिस अधीक्षक इंदौर पश्चिम श्री डी कल्याण चक्रवर्ती, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम क्षेत्र जोन-2 इंदौर श्री रूपेश द्विवेदी के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णा श्री सुनील पाटीदार के नेतृत्व में थाना प्रभारी अन्नपूर्णा, थाना प्रभारी द्वारिकापुरी, थाना प्रभारी राऊ की टीम गठित कर लगातार घटनास्थल, उसके आसपास पारिवारिक एवं व्यवसायिक पृष्ठभूमि तथा विवेचना के आधुनिक तरीकों का उपयोग कर घटना के उद्‌देशय को लेकर अलग अलग बिन्दुओं पर विवेचना की गई।
                विवेचना के दौरान मृतक गमनलाल के बडे लडके लेखराज एवं योगेश तथा उनकी पत्नियों से सघन पूछताछ की गयी जिसमें विरोधाभास आने पर लेखराज के व्यापार तथा उसके संपर्को की सुक्ष्मता से जांच करने पर संदिग्ध गतिविधियां पायी गयी। लेखराज से विस्तृत पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि मेरे उपर काफी कर्ज हो गया था पिताजी से मकान बेचकर पैसों की व्यवस्था के लिये बोला परन्तु पिताजी ने मना कर दिया। इसके बाद लेखराज ने अपने पिता गमनलाल की हत्या की योजना बनायी। लेखराज ने कुंवरसिंह सैनी पिता ओंकार प्रसाद सैनी उम्र 29 साल निवासी गुरूकुल कालोनी राऊ, मुकेश राय पिता रामचरण राय 20 साल निवासी गुरूकुल कालोनी राऊ, सूरज उर्फ लक्की पिता सुरेश पवांर उम्र 19 साल निवासी नयापुरा रंगवासा इंदौर एवं अन्य फरार आरोपी को 45 हजार रूपये नगद देकर पिता की हत्या की सुपारी दी गई।
             आरोपीयों द्वारा लेखराज की मदद से रैकी कर घटना की योजना बनायी। आरोपी कुंवरसिंह, मुकेश राय, सूरज उर्फ लक्की व अन्य फरार आरोपी मोटर साइकिलों से घटना दिनांक 19.09.15 को सुबह लगभग 04 बजे मृतक गमनलाल के घर के आसपास घात लगाकर बैठे रहे। मृतक गमनलाल मंदिर की साफ सफाई कर जैसे ही घर के अंदर पहुंचा तब आरोपियों ने मृतक पर धारदार हथियारों से प्रहार कर हत्या कर दी। लेखराज ने आरोपियों के घटनास्थल से जाने के बाद अलमारी को खोल दिया ताकि घटना लूट या चोरी के आशय से की गयी प्रतीत हो। 
          आरोपी कुंवरसिंह सैनी, लेखराज के साथ तुलसियान सिक्युरिटी कंपनी में काम करता हैं। मुकेश राय सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता है। सूरज उर्फ लक्की रंगवासा नया पुरा का रहने वाला है तथा इसके विरूद्ध थाना किशनगंज, राजेन्द्रनगर तथा राउ में चोरी, लूट एवं अवैध शराब बैचने के प्रकरण पंजीबद्ध है।
         पुलिस द्वारा आरोपी लेखराज, कुंवरसिंह सैनी, मुकेश राय, सूरज उर्फ लक्की को हत्या में प्रयुक्त हथियारों सहित गिरफ्तार कर लिया गया है। एक अन्य फरार आरोपी की सरगर्मी से तलाश जारी है, जिसे शीघ्र गिरफ्‌तार किया जावेगा।