Saturday, March 4, 2017

अंधे कत्ल का पर्दाफाश, मौसी के लड़के ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर की थी हत्या


इन्दौर 04 मार्च 2017-पुलिस थाना सिमरोल क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 28.02.17 को इन्दौर खण्डवा रोड़ भेरू घाट बड़े मोड़ के पास सिमरोल घाट सेक्शन की खाई में एक व्यक्ति की मोटर सायकल सहित लाश पड़ी पायी गयी थी। प्रथम दृष्टया मामला दुर्घटना का प्रतीत हो रहा था। घटना स्थल तथा लाश की स्थिति संदिग्ध होने पर तत्काल अति. पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रशांत चौबे, थाना प्रभारी एवं एफएसएल अधिकारी आदि की टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया गया तो उक्त प्रकरण दुर्घटना का ना होकर हत्या का लगा, जिसमें मृतक की हत्या गला दबाकर की गयी थी। मृतक की पहचान सतीश पिता गौरीशंकर पटेल (40) निवासी कंपेल थाना खुडै़ल इन्दौर के रूप में हुई।
                घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र एवं पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री मनीष अग्रवाल द्वारा शीघ्र अज्ञात आरोपियों का पता लगाकर गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में अति. पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रशांत चौबे एवं उप पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री विजय सिंह पंवार केमार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिमरोल श्री हाकम सिंह पंवार के नेतृत्व में एक टीम गठित कर, आरोपियों की पतारसी हेतु लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा घटना के हर बिंदु पर विवेचना करते हुए खुलासा किया कि मृतक सतीश पटेल की हत्या दिनांक 27.02.17 को रात्रि में उसके मौसी के लड़के गोपी उर्फ गोपाल पिता देवीसिंह पटेल निवासी चिढावद थाना टोकखुर्द जिला देवास द्वारा की गयी है।
                घटना दिनांक 27.02.17 को मृतक सतीश के मौसी के लड़के गोपी उर्फ गोपाल पटेल द्वारा लगातार मृतक से फोन पर वार्तालाप कर उसको टवेरा गाड़ी दिलवाने का कहकर, आरोपी गोपी ने मोटर सायकल एमपी-09/क्यूटी-5488 से उसके स्वयं के घर चिढावद से पैसा लाने के लिये मृतक सतीश को कहा, इस पर मृतक मौसी के लड़के के घर चिढावद गया। आरोपी गोपी द्वारा पूर्व से ही योजना बनाकर अपने साथी विनोद उर्फ दरबार पिता रणछोड़ पटेल (25) निवासी ग्राम चिढावद थाना टोकखुर्द जिला देवास तथा बाबूलाल पिता जगन्नाथ प्रजापत (58) निवासी चिढावद थाना टोकखुर्द जिला देवास के द्वारा मृतक को नदी के पास खेत पर बुलवाया और वाहन टवेरा दिलवाने की बात पर से उससे 60 हजार के आसपास रूपयें बुलवाये और फिरमृतक को बातों में उलझाकर रात करीब 10.00 बजे विनोद व बाबूलाल ने मृतक का एक एक हाथ पकड़ा तथा गोपी ने मृतक के गले में मफलर डालकर, उसका गला दबाकर हत्या कर दी। मृतक की हत्या करने के बाद आरोपी गोपी ने मृतक की मोटर सायकल पर आगे बैठा व बीच में लाश को शाल ओढ़ाकर बैठाया व पीछे आरोपी विनोद बैठ गया व हत्या की घटना को छिपाने के उद्‌देश्य से मृतक की लाश एवं उसकी मोटर सायकल को रात्रि में भेरूघाट की खाई में फेंककर चले गये ताकि यह एक दुर्घटना प्रतीत हो। उक्त घटना पर पुलिस थाना सिमरोल द्वारा अप. क्रं. 69/17 धारा 302,201,34 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर, उक्त अंधे कत्ल का 3 दिन में पर्दाफाश, तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनका पीआर लिया जाकर, मृतक के मोबाईल व नगदी रूपयें आदि की बरामदगी की कार्यवाही की जावेगी।

                उक्त अंधे कत्ल का त्वरित पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिमरोल श्री हाकम सिंह पंवार, उनि गोपाल सिंह निगवाल, सउनि विक्रम सिंह सोलंकी, सउनि रमेशचंद्र पाटिल, प्रआर. 325 दशरथ सिंह, आर. 3158 रामकृष्ण रघुवंशी, आर. 1924 संजयपटेल तथा आर. 1310 सुमित की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही। उक्त त्वरित कार्यवाही करने वाली टीम के सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए, पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक पश्चिम द्वारा उक्त टीम को 10 हजार के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी है।


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