Friday, June 23, 2017

स्वंय के झूठे अपहरण की कहानी गढने वाला, थाना चदंन नगर की गिरफ्त में परिजनो से मागी थी 2 लाख रूपये की फिरोती


इन्दौर-दिनांक 23 जून 2017- शहर के थाना चदंन नगर क्षेत्रांतर्गत हुए अपहरण का पर्दाफाश कर आरोपी कों पकडने व अपर्हत को बरामद करने के निर्देश पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री मनीष अग्रवाल व अति. पुलिस अधीक्षक पद्गिचम जोन 2 श्री रूपेश द्विवेदी के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णा श्री सुनील कुमार पाटीदार के द्वारा स्वंय कमान हाथ में लेते हुए थाना प्रभारी चंदन नगर योगेश सिंह तोमर को तत्काल कार्यवाही करने संबधी निर्देश दिये गये।
उक्त निर्देश पर थाना प्रभारी चदंन नगर द्वारा टीम के साथ तत्पर्ता से कार्यवाही करते हुए संघन जॉच प्रारंभ की गई व प्रांरभिक विवेचना के आधार पर दो टीमो का गठन किया गया।
दिंनाक 21.06.2017 को प्रातः गणेश पिता फूलचंद बकोरे निवासी ग्राम बिछाखेडी थाना सतवास जिला देवास के द्वारा थाना चंदन नगर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसका पुत्र संजय उम्र 20 साल जो अपने मामा नारायण गुणावत निवासी ग्राम नेपानिया काकड के यहा रहकर डी एड की पढाई वैष्ठव कालेज गुमास्ता नगर से कर रहा था। वह दिनांक 20.06.17 के प्रातः 08 बजे परीक्षा देने गया व शाम तक वापस नही लौटा। उक्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा गुमशुदा संजय के मामा नारायण गुणावत से पुछताछ करने पर बताया कि दिनांक 20.06.17 के ही शाम 5.30 बजे उसके पास संजय का फोन आया था, उसने बताया कि अज्ञात व्यक्तियो के द्वारा मुझे किडनेप किया जाकर कमरे में बंद कर रखा है। 2 लाख रूपये फिरौती मांग रहे है उसने यह भी कहा यदि 25 जून से पहले 2 लाख रूपये का इन्तजाम नहीं किया तो यह लोग मेरी हत्या कर देंगे। रिपोर्ट पर पुलिस थाना चदंन नगर द्वारा अज्ञात आरोपियो के खिलाफ थाने पर धारा 364, 34 भादवि का प्रकरण कायम कर अनुसंधान में लिया गया।
पुलिस की एक टीम गुमास्ता नगर स्थित वैष्ठव कॉलेज व छावनी स्थित परीक्षा केन्द्र में जॉच में लगी, दूसरी टीम को बागली देवास के लिए रवाना किया गया।
श्री रूपेद्गा द्विवेदी ने पत्रकारो से चर्चा करते बताया कि संजय के साथियो से अलग अलग पूछताछ पर जानकारी मिली कि वह परीक्षा केन्द्र के बाहर से ही वापस जाते हुए देखा गया था, जब कि आधे घण्टे बाद ही उसका पेपर शुरू होने वाला था इससे प्रथम दृष्टया प्रतीत होने लगा कि वह स्ंवय ही अपने आप को छुपाने की कोशिश करते हुए बागली तरफ निकला है इस पर पूर्व से ही बागली भेजी गई टीम को निर्देशीत किया गया जहां टीम ने बस स्टेन्ड पान की दुकान, दूध डेरी, चाय की दुकान आदि सहित रहवासी क्षेत्रो में फोटो दिखाकर व हुलिया के आधार पर जानकारी जुटाई तो पता चला कि कुछ घंण्टे पूर्व ही एक लडका किराये से कमरा लेकर रहने आया है जब पुलिस कमरे पर पहुची तो अपर्हत संजय सोता हुआ मिला। पुलिस टीम द्वारा उसको पकडा गया। जिससे पूछताछ करने पर बताया कि उसका मन पढाई में नहीं लग रहा था तथा वह डी एड की परीक्षा भी नही देना चाहता था। घरवालो के डर से वह भाग कर बागली आ गया व कमरा किराये से लेकर अपने आप को छिपाये हुए था परिजनो को अपहरण का फोन भी इसी लिये किया था ताकि वह यह न समझे कि मेने जान-बुझकर परीक्षा नही दी है पूछताछ पर संजय ने बताया कि सीआईडी टीवी सीरियल देखकर उक्त योजना बनाई थी।
पुलिस टीम द्वारा मात्र 20 घण्टे में ही अपहरण की झूठी कहानी का पर्दाफाश करते हुए तथाकथित अपर्हत संजय को बरामद कर लिया इस पर संजय के पिता गणेश व अन्य रिश्तेदारो द्वारा पुलिस कार्यवाही के प्रति कृतज्ञता व खुशी जाहिर की गई।

उपरोक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी चंदन नगर श्री योगेश तोमर, उनि श्री विशाल यादव, उनि अशरफ अली अंसारी, आर, आरीफ, संजीव, पंकज, प्र.आर. राकेश की महत्वपुर्ण व सराहनीय भूमिका रही।

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