Sunday, July 30, 2017

हाईवे के ढाबों पर रुकने वाली बस यात्रियों के बैग से बेस कीमती आभूषण व नकदी रुपयों को चुराने वाले गिरोह का शातिरबदमाश ''मौला'' क्राईम ब्रांच की गिरफ्त में। मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों इंदौर, भोपाल, शिवपुरी, खरगोन, उज्जैन सहित भारत के अन्य राज्यों गुजरात, राजस्थान, व आन्ध्रप्रदेश में भी करते थे चोरी की बडी वारदातें । हवाला एवं सराफा व्यापारी रहते थे निशाने पर।


इन्दौर-दिनांक 30 जुलाई 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा शहर व शहर के आसपास हाईवे पर रुकने वाली बस यात्रियों के बैग से लगातार हो रही चोरी की वारदातों को रोकने व अपराधियों की पतारसी कर उनकी गिरफ्तारी के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर श्री मो. युसुफ कुरैशी को के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिहं द्वारा क्राइम ब्रांच की टीमों को ऐसे अपराधियों की धरपकड के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दियें। उक्त निर्देश पर क्राइम ब्रांच व पुलिस थाना सिमरोल द्वारा पुलिस टीम का गठन किया।
                थाना सिमरोल क्षेत्र के अन्तर्गत दिनांक 05.05.1708.05.17 को बस स्टेण्ड पर रुकी बस मे से यात्रियों के बैग से नगदी रुपयों व आभूषण चोरी हो जाने की दोघटनाऍ लगातार सामने आई। फरियादी सुयोग पिता नवल कुमार बकलीवाल निवासी 204 बालचंद्र मेन्शन दिलिपसिंह कॉलोनी वजिराबाद जिला नादेड महाराष्ट्र जो अपने पास लगभग साढे चार लाख रूपये एवं अन्य निजी उपयोगी सामान लेकर दिनांक 04.05.2017 को नादेड से इन्दौर के लिये शर्मा ट्रेवल्स की बस क्रं. एमपी 30. 0530 से रवाना हुए। लेकिन रास्ते में यादव ढाबा चोरल थाना सिमरोल मे उक्त नगदी व सामान चोरी हो गया। एवं एक अन्य फरियादी नरेन्द्र पिता प्रकाश राव इन्गोल जाति पाटिल निवासी शिक्षक कॉलोनी गढगडेश्वर चौक जिला अमरावती महाराष्ट्र जो कि अमरावती महाराष्ट्र से अपने सेठ महावीर बंसल का पार्सल जिसमे लगभग 20 लाख रूपये नगदी लेकर हंस ट्रेवल्स की बस क्रं. युपी.75 एम 3552 से दिनांक 07.05.2017 को इन्दौर के लिये निकले थे। लेकिन रास्ते में सैनी ढाबा चोरल के सामने से अज्ञात बदमाशो द्वारा पार्सल चोरी कर लिया गया। पुलिस थाना सिमरोल द्वारा दोनो फरियादीगणों की सुचना पर अज्ञात आरोपीयों के खिलाफ पृथक-पृथक अपराध क्रं. 162/17  व 164/17  धारा 379 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था । उक्त घटना के अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु फरियादीयों से सम्पर्ककर पुलिस टीम ने घटना स्थल व उसके आसपास के सभी स्थानों का निरीक्षण किया गया। तथा सम्पर्क सूत्र स्थापित कर घटना के संबंध में बातचीत करने पर ज्ञात हुआ कि इस प्रकार की घटनाएं अधिकांशतः धार जिले के मनावर थाने के अन्तर्गत खैरवा, लुनेरा, रालाण्डल के लोग करते है। घटना दिनांक को अज्ञात आरोपियों द्वारा की गई घटना के वीडियों फुटेज में कैद हो गई थी। जिन्हें मुखबिरों को दिखाया, तो जानकारी मिली कि वारदात करते वीडीयों फुटेज मे कैद व्यक्ति बाबू, आलम, मौला, अशरफ व मासूम है। जिसके बाद उक्त संदेहियों की गतिविधियों पर सम्पर्क सूत्रों के माध्यम से लगातार नजर रखी गई, ग्राम खैरवा में पुलिस टीम द्वारा धार पुलिस की मदद से दबिश दी गई जिसमें बडी सूझबूझ से घटना के संदेही मौला खान को पकडा गया।
                                पुलिस टीम द्वारा पुछताछ करनें पर आरोपी ने अपना नाम मोला पिता रोशनखान ग्राम लुनेरा बुजुर्ग तहसील मनावर जिला धार म.प्र. का होना बताया। आरोपी उक्त स्थान पर परिवार सहित रहता है। पुलिस टीम द्वारा आरोपी मौला से सिमरोल में हुई घटना के संबंध में सखती से पूछताछ करने पर आरोपी ने जुर्म करना स्वीकार किया व बताया कि घटना मेंबाबू, आलम, मौला, अशरफ व मासूम भी शामिल थे।
                                 पुलिस टीम द्वारा पूछताछ में आरोपी से मालूम हुआ कि आरोपीगण मूल रुप से मुल्तान के है। जिनके पूर्वज यहा आकर बस गये थे, तथा इनकी आजीविका का साधन व मुखय कार्य चोरी व लूट जैसी बडी घटनाऍ करना है। जिनकी कई पीडीयॉ लगातार आपराधिक गतिविधियों में ही लिप्त रही है। यह वारदातों को अंजाम देने के लिये मुखय रुप से हाईवें के बस स्टाप व ढाबों को चुनते है, और बस यात्रियों के बैग नगदी रुपये व कीमती आभूषणों चुरा लेते थे। घटना के दौरान आरोपीगण बिना नम्बर वाले चार पहिया वाहन का प्रयोग करते व जिनके पास बैग चुराने के लिये कपडें की बडी थैली हुआ करती है। चूंकि आरोपीगण भलीभाॅित जानते है, कि आभूषणों व नगदी रुपयों का बैग छोटा होगा इसलिये चोरी का बैग उस कपडे की थैली में भर लेते है, तथा आरोपीगणों के पास बैग को काटने के लिये कटर जैसे औजार भी होते है। आरोपियों द्वारा हवाला एवं सराफा व्यापारीयो को टारगेट किया जाता था।
               
                 कई बार आरोपीगण चोरी करने के पहले ही मौके पर ही बैग को नीचे से कटर की मदद से काटकर उसने अंदर रखे सामान कोचेक कर घटना कारित कर देते तथा चोरी का माल आपस में बाट लेते व आभुषणों को बेच देते थे। पुलिस टीम द्वारा घटनाओं में प्रयुक्त उपकरणो को जैसे कटर, कैची, थैला, एवं बिना नम्बर वाले चार पहिया वाहन स्विफ्ट्‌ कार (सफेद रंग की) व लगभग 20 लाख रूपये नगद जप्त किया गया है। आरोपीगण घटना में उपयोग करने वाले वाहन की, नम्बर प्लेट समय-समय पर बदलते रहते थे, जिससे वाहन की पहचान उजागर ना हो सके।

                                                आरोपियों द्वारा चोरी की वारदातें मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों इंदौर भोपाल, शिवपुरी, खरगौन, उज्जैन, सहित भारत के अन्य राज्यों  गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र व आन्ध्रप्रदेश में भी की जाती है। दबिश को दौरान आरोपी से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपीगणों के पास कई आलीशान बंगले, वाहन व करोडों की जमीन है। पुलिस टीम द्वारा आरोपी मोला को पुलिस रिमाण्ड पर लिया जाकर पूछताछ की जावेगी, जिससे चोरी के कई बडे मामलों का खुलासा होने की संभावना है। पुलिस टीम द्वारा सिमरोल घटना में शामिल अन्य आरोपियो की तलाश की जा रही है।

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